YouTube Monetisation Policy 2025 – Repetitive और AI Content Reject होगा

User avatar placeholder
Written by shashi kale

July 5, 2025

जानिए YouTube की नई Monetisation Policy 2025 जिसमें Repetitive और AI जनरेटेड वीडियो Reject किए जाएंगे। इससे कैसे बचें?

🟡 YouTube पॉलिसी में बदलाव क्यों हुआ?

आज के समय में YouTube पर हर दिन लाखों नए चैनल और वीडियो बनते हैं। इनमें से कई ऐसे होते हैं जो बिना किसी मेहनत या क्रिएटिविटी के सिर्फ कॉपी-पेस्ट या AI टूल्स से बनाए जाते हैं। इससे ना केवल असली क्रिएटर्स की वैल्यू कम होती है, बल्कि Viewers का भरोसा भी टूटता है।
इसलिए YouTube ने फैसला लिया कि अब सिर्फ उन्हीं कंटेंट को कमाई का मौका मिलेगा, जो वाकई में यूनिक, इंसान द्वारा बनाए गए और वैल्यू देने वाले हों।


🔵 नए नियम से बचने के तरीके (How to stay compliant)

  1. हर वीडियो में अपनी आवाज़ और विचार शामिल करें
    – कोशिश करें कि आप खुद स्क्रिप्ट लिखें और अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड करें।
  2. AI टूल्स को सहायक की तरह इस्तेमाल करें, निर्माता की तरह नहीं
    – AI से मदद लें, लेकिन उसका पूरा कंटेंट कॉपी न करें।
  3. अपने वीडियो में Human Touch ज़रूर रखें
    – एनालिसिस, एक्सप्लनेशन, केस स्टडी या मज़ेदार बातों से इंटरैक्टिव बनाएं।
  4. Content का Source या Credit ज़रूर दें (अगर Inspiration लिया हो)
    – किसी और का आइडिया लेकर भी काम करें तो उसे नया रूप दें।

🟢 SEO और क्रिएटर्स के लिए सुझाव

  • Title, Description और Tags में अपने Focus Keyword ज़रूर रखें
  • हर वीडियो या ब्लॉग में Internal और External लिंक डालें
  • अपने चैनल और कंटेंट के लिए User Value First सोचें — पैसा बाद में आएगा
  • ऐसे टूल्स का प्रयोग करें जो आपके कंटेंट को बेहतर बनाए, ना कि पूरी तरह से तैयार कर दें।

🔚 निष्कर्ष (Conclusion)

YouTube की नई पॉलिसी एक साफ संदेश देती है — अगर आप रचनात्मक, ओरिजिनल और दर्शकों के लिए काम का कंटेंट बनाते हैं, तो YouTube आपके साथ है।
लेकिन अगर आप शॉर्टकट, AI-जनरेटेड या कॉपी-पेस्ट के भरोसे हैं, तो आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
इसलिए आज से ही अपने कंटेंट में सुधार करें और लॉन्ग टर्म सक्सेस के लिए तैयार हो जाएं।

Leave a Comment