एक Apple इंजीनियर ने ₹1712 करोड़ के भारी-भरकम पैकेज पर Meta जॉइन कर लिया है। जानिए कौन हैं ये इंजीनियर, कितना खास है यह डील, और टेक वर्ल्ड में इसका क्या असर पड़ेगा।

Apple इंजीनियर का Meta में आगमन
Apple इंजीनियर Meta जॉइन पैकेज की खबर ने टेक इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। Apple के इस सीनियर इंजीनियर ने कंपनी के कई बड़े प्रोजेक्ट्स में अहम भूमिका निभाई थी, खासकर AI और Vision टेक्नोलॉजी में। अब Meta ने उन्हें अपने AI और मेटावर्स डिवीजन के लिए हायर किया है, जो कंपनी की अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी को लीड करेगा। यह कदम Meta की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वो टेक्नोलॉजी में हाईएस्ट पैकेज देकर टॉप टैलेंट को अपनी ओर खींच रहा है।
कौन हैं यह इंजीनियर?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह इंजीनियर रुओमिंग पांग हैं, जो Apple में ‘डिस्टिंग्विश्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर’ के तौर पर काम कर रहे थे। उन्होंने Apple के फाउंडेशनल AI मॉडल्स, जैसे Siri और Apple Intelligence, में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी स्किल्स AI और मशीन लर्निंग में हैं, जो आज टेक्नोलॉजी में सबसे ज्यादा डिमांड वाली फील्ड्स में से एक है। Meta ने Apple इंजीनियर को हायर किया ताकि उनकी सुपरइंटेलिजेंस और मेटावर्स प्रोजेक्ट्स को और मजबूती मिले।
₹1712 करोड़ पैकेज में क्या शामिल है?
₹1712 करोड़ पैकेज Meta की इस डील ने सबको हैरान कर दिया है। आइए, देखते हैं कि इस मेगा पैकेज में क्या-क्या शामिल है:
- बेस सैलरी: एक बड़ी सालाना सैलरी जो इस पैकेज का आधार है।
- साइनिंग बोनस: Meta ने जॉइनिंग के लिए एक मोटा बोनस दिया है।
- स्टॉक ऑप्शंस: इस पैकेज का बड़ा हिस्सा Meta के स्टॉक्स हैं, जो भविष्य में और वैल्यू बढ़ा सकते हैं।
- रिलोकेशन अलाउंस: नए ऑफिस या शहर में शिफ्ट होने के लिए अतिरिक्त सपोर्ट।
- प्रोजेक्ट बोनस: Meta के स्पेशल AI और मेटावर्स प्रोजेक्ट्स के लिए एक्सक्लूसिव इंसेंटिव्स।
यह पैकेज ना केवल सैलरी है, बल्कि एक लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट है जो यह सुनिश्चित करता है कि इंजीनियर Meta के साथ लंबे समय तक जुड़े रहें।
Meta की रणनीति: क्यों इतना बड़ा पैकेज?
Meta AI hiring का यह कदम उनकी बड़ी रणनीति का हिस्सा है। Meta इस समय AI, मेटावर्स, और XR (एक्सटेंडेड रियलिटी) टेक्नोलॉजी में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है। Apple जैसे दिग्गज से टैलेंट को हायर करना ना केवल एक रणनीतिक जीत है, बल्कि यह दिखाता है कि Meta अगले 5-10 सालों में टेक्नोलॉजी में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहता है। टेक्नोलॉजी में हाईएस्ट पैकेज देकर Meta यह साफ कर रहा है कि वो टॉप टैलेंट के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
टेक इंडस्ट्री पर प्रभाव
इस डील का टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री पर गहरा असर पड़ेगा:
- टैलेंट वॉर का नया दौर: Apple, Google, और Meta जैसी कंपनियां अब और भी आक्रामक तरीके से टैलेंट को हायर करेंगी।
- बढ़ते पैकेज: टेक्नोलॉजी में हाईएस्ट पैकेज अब आम हो सकते हैं, खासकर AI और मेटावर्स जैसे फील्ड्स में।
- भारत में अवसर: भारत में AI और हाई-स्किल्ड इंजीनियर्स की डिमांड बढ़ेगी, क्योंकि ग्लोबल टेक कंपनियां अपने R&D सेंटर्स को यहां विस्तार दे रही हैं।
- इनोवेशन में तेजी: Meta और Apple के बीच की प्रतिस्पर्धा से AI और मेटावर्स में नए इनोवेशन्स की उम्मीद है।
Meta vs Apple: टैलेंट की जंग
Meta और Apple के बीच टैलेंट की यह जंग कोई नई बात नहीं है। दोनों कंपनियां पहले भी एक-दूसरे के टैलेंट को अपनी ओर खींचती रही हैं। लेकिन ₹1712 करोड़ पैकेज Meta ने इस बार एक नया बेंचमार्क सेट किया है। यह डील Apple के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि उनके AI प्रोजेक्ट्स को अब नए लीडर्स की जरूरत पड़ेगी।
भारत के लिए क्या मतलब?
भारत में टेक टैलेंट की डिमांड पहले से ही बढ़ रही है। Apple इंजीनियर Meta जॉइन पैकेज जैसी खबरें इस डिमांड को और बढ़ाएंगी। भारतीय इंजीनियर्स के लिए यह एक शानदार मौका है कि वो AI, मशीन लर्निंग, और मेटावर्स जैसे फील्ड्स में स्किल्स डेवलप करें। Meta और Apple जैसी कंपनियां भारत में अपने रिसर्च सेंटर्स को बढ़ा रही हैं, जिससे हाई-पेइंग जॉब्स के मौके बढ़ेंगे।
निष्कर्ष
Meta ने Apple इंजीनियर को हायर किया और ₹1712 करोड़ का पैकेज देकर टेक इंडस्ट्री में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। यह डील Meta की महत्वाकांक्षा और टॉप टैलेंट की वैल्यू को दर्शाती है। AI और मेटावर्स जैसे फील्ड्स में अगले कुछ सालों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अगर आप भी टेक वर्ल्ड में अपनी जगह बनाना चाहते हैं, तो अभी से अपनी स्किल्स को अपग्रेड करें और इस टैलेंट वॉर का हिस्सा बनें!